भले ही पिछले दिनों दिवाली के मौके पर राज्य शासन ने वेट में कमी कर जनता को पेट्रोल व डीजल के दामों में कुछ राहत दी थी। जानकारी के अनुसार उस समय भी जनता को दामों में काफी कमी की आशा थी। जो पूरी नहीं होने पर प्रदेश की जनता को अब सरकार द्वारा पुन: दाम कम किए जाने की आशा है।
वहीं मध्यप्रदेश की जनता की आशा के बीच आए नेताओं के पेट्रोल को सस्ता करने के बयान ने लोगों की खुशी को दुगना कर दिया है। जानकारों का कहना है कि वेट हटाने से इनके दामों में काफी कमी आ सकती है।
जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार को भी पेट्रोल डीजल की कीमतों में तेजी के लिए हालिया हफ्तों में काफी आलोचना का सामना करना पड़ा। जिसके बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने देश की इकॉनमी का रोडमैप पेश करते हुए जब बुधवार को जीएसटी को लेकर अपनी बात रखी तब यह भी साफ कर दिया कि केंद्र सरकार हमेशा से ही पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के अंतर्गत लाने के लिए तैयार रही है, लेकिन इस पर आखिरी निर्णय तभी लिया जा सकता है जब राज्य इसके लिए तैयार हों।
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के तहत सरकार को लाना चाहिए। अगर सरकार इस काम को कर दे, तो 1 लीटर पेट्रोल सिर्फ 43 रुपए में मिलेगा और एक लीटर डीजल महज 41 रुपए में,आम आदमी को मिलेगा।
भोपाल में खुशी:
फडणवीस के पेट्रोल डीजल के रेट में कमी पर आए बयान के बाद मध्यप्रदेश के भोपाल सहित विभिन्न जिलों के लोगों में खुशी का माहौल देखा गया। लोगों का कहना है कि वेट को पूरी तरह से खत्म करने से पेट्रोल व डीजल के दामों में कमी आ जाएगी, जो उचित है।
फडणवीस के पेट्रोल डीजल के रेट में कमी पर आए बयान के बाद मध्यप्रदेश के भोपाल सहित विभिन्न जिलों के लोगों में खुशी का माहौल देखा गया। लोगों का कहना है कि वेट को पूरी तरह से खत्म करने से पेट्रोल व डीजल के दामों में कमी आ जाएगी, जो उचित है।
सरकार हमेशा ही हमसे पेट्रोल का कहीं ज्यादा पैसा वसूलती है। उचित है कि अब जब दाम कम हो सकते हैं, तो वह कार्यवाही की जाए।
- दिनेश शर्मा, निवासी अरेरा कॉलोनी
- दिनेश शर्मा, निवासी अरेरा कॉलोनी
हर चीज तो महंगी होती जा रही है, सरकार को चाहिए कि वो जनता को राहत दे। ये बीच-बीच में एक दो रुपए की कमी क्या है, जब आप वेट खत्म कर जीएसटी ले आए हो तो वो ही चलाओ न। अपने लाभ को नहीं बल्कि सरकार को जनता का हित सोचना चाहिए।
- संजय सिंह, निवासी कोलार
- संजय सिंह, निवासी कोलार
सरकार हर ओर अपना ही फायदा देखती है, इसलिए अपना बैंलेंस भरे रखने के लिए हमें परेशान किया जाता है। सरकार को पेट्रोल आदि से वेट हटा लेना चाहिए। सबके लिए अच्छा होगा।वहीं GST से पेट्रोल सचमुच 43 रु. लीटर पहुंच जाएगा।
- कैलाश नामदेव, निवासी होशंगाबाद रोड
- कैलाश नामदेव, निवासी होशंगाबाद रोड
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बयान बिलकुल ठीक आया है। सरकार पेट्रोल डीजल से वेट हटाकर सस्ता करेगी तो कई चीजों के रेट अपने आप घट जाएंगे, क्योकिं ट्रांस्पोर्टेशन सस्ता हो जाएगा। यह कदम उठाना सबके हित में ही होगा। आशा है सरकार ऐसा ही करेगी।
- राजीव शर्मा, निवासी कटारा
- राजीव शर्मा, निवासी कटारा
दो चार रुपए वेट में कुछ प्रतिशत की कटौती कर के तो किए जा सकते हैं, यदि वेट ही हटा दिया जाएगा तो सोचिए यह पेट्रोल डीजल कितने सस्ते हो जाएंगे। केवल दिवाली या किसी खास समय पर जनता को एक दो रुपए का लाभ देने से तो अच्छा है। वेट हटा दो उसमें भी जीएसटी ही लगाओ, रेट में आई कमी सबको फायदा देगी।
- ब्रजेंद्र श्रीवास्तव, निवासी अवधपुरी
- ब्रजेंद्र श्रीवास्तव, निवासी अवधपुरी
हमारा आॅफिस घर से 14 किमी दूर है और ऐसा भोपाल में कई लोगों का है। कभी कभी घर वालों के साथ घूमने भी जाना होता है। ऐसे में हर माह करीब तीन हजार का पेट्रोल आराम से लग जाता है। वेट हटेगा तो पेट्रोल में कम खर्चा तो होगा ही घर में भी कुछ अपने बच्चों की और जरूरतें पूरी कर सकेंगे।
- रामेंद्र चतुर्वेदी, निवासी कटारा
- रामेंद्र चतुर्वेदी, निवासी कटारा
इससे पहले हालिया हफ्तों में हुई आलोचनाओं के बाद केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यटी में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती कर दी। इसके बाद मध्यप्रदेश,गुजरात, महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश ने वैट घटा दिया। वहीं यह भी माना जा रहा है कि जीएसटी के दायरे में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लाने से उपभोक्ताओं को लाभ हो सकता है। मालूम हो कि पेट्रोल और डीजल पर राज्य सरकारें 25 से 49 फीसदी तक वैट वसूलती हैं।
फड़नवीस का ये आया बयान:
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ऑयल मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान के बाद अब पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से आम आदमी को राहत देने के लिए केंद्र सरकार को अपने सुझाव दिए हैं। उन्होंने यह सुझाव एक कार्यक्रम में दिए। हालांकि कुछ समय पहले ही डीजल की बढ़ती कीमतों से आम आदमी को राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी 2 रुपये घटा दी। वहीं, मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र समेत कुछ राज्यों ने भी वैट में कटौती कर दी है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ऑयल मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान के बाद अब पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से आम आदमी को राहत देने के लिए केंद्र सरकार को अपने सुझाव दिए हैं। उन्होंने यह सुझाव एक कार्यक्रम में दिए। हालांकि कुछ समय पहले ही डीजल की बढ़ती कीमतों से आम आदमी को राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी 2 रुपये घटा दी। वहीं, मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र समेत कुछ राज्यों ने भी वैट में कटौती कर दी है।
कार्यक्रम में सुझाव देते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के तहत सरकार को लाना चाहिए। अगर सरकार इस काम को कर दे, तो 1 लीटर पेट्रोल सिर्फ 43 रुपए में मिलेगा और एक लीटर डीजल महज 41 रुपए में,आम आदमी को मिलेगा। 4 सितंबर को इंडियन ऑयल कंपनी की तरफ से जारी डाटा के मुताबिक ऑयल कंपनियां एक लीटर पेट्रोल के लिए 26.65 रुपये चुकाती हैं।