प्रदेश के हजारों छात्र जो उच्च शिक्षा के लोन के लिए परेशान होते हैं उनके लिए विद्यालक्ष्मी पोर्टल शुरू किया गया है। इस पोर्टल के माध्यम से छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए लोन प्राप्त करने में आसानी होगी। लेकिन, सबसे बड़ी समस्या यह है कि छात्रों को इसकी जानकारी ही नहीं है इस कारण वे इसका लाभ नहीं उठा पाते।
खासकर मध्यम और निम्न आय वर्ग के छात्रों को इसका लाभ मिल सकता है। खास बात यह है कि इसमें 42 बैंक जुड़े हैं और 81 लोन स्कीम हैं। छात्र को यह पता चल जाएगा कि वह किस योजना के दायरे में आ सकता है। उसे यहां-वहां भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
छात्रों को पढ़ाई में लोन लेने के लिए किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी उच्च शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालायों को निर्देशित किया है कि वे अपने पोर्टल पर विद्या लक्ष्मी पोर्टल का लिंक जरूर दें ताकि छात्र आसानी से इसे खोल सकें।
गौरतलब है कि सभी विश्वविद्यालयों की अपनी वेबसाइट है जिसमें लगातार जानकारी अपडेट होती रहती है। अगर विद्या लक्ष्मी पोर्टल का लिंक इसमें दिया रहेगा तो छात्र सीधे इस पर पहुंच सकेंगे।
ये है विद्या लक्ष्मी पोर्टल
पढ़ाई के लिए लोन की चाहत रखने वाले छात्रों के लिए विद्या लक्ष्मी पहला ऐसा पोर्टल है जिसमें उनकी विभिन्न् समस्याओं का समाधान किया गया है। इसे वित्त मंत्रालय की देखरेख में तैयार किया गया है। बैंक एसोसिएशन का भी इसमें सहयोग लिया गया है।
निम्न और मध्यम आय वर्ग के कई प्रतिभाशाली छात्र धन के अभाव में अपनी पढ़ाई जारी नहीं रख पाते हैं। उन्हें कैसे फंड उपलब्ध हो सकता है इसकी जानकारी इस पोर्टल पर उपलब्ध है। शिक्षण संस्थानों के लिए भी यह पोर्टल उपयोगी है और वे अपने छात्रों को इसकी जानकारी दे सकते हैं।
विवि अनुदान आयोग के सचिव पीके ठाकुर ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को विवि के होम पेज पर विद्या लक्ष्मी पोर्टल का लिंक देने के लिए निर्देशित किया है ताकि उन्हें पता चल सके कि वे कैसे एजुकेशन लोन प्राप्त कर सकते हैं और उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो।
ऐसे करेगा काम
सबसे पहले छात्र को स्वयं का पंजीयन करवाना होगा। इसके बाद सिंगल फार्म भरना होगा जिसमें उससे संबंधित जानकारी रहेगी। इसके बाद वह एक साथ अनेक बैंकों में इसके लिए आवेदन कर सकेगा। इसमें 42 बैंक रजिस्टर्ड हैं और 81 लोन स्कीम संचालित हैं।